Covid-19 : डोनाल्ड ट्रम्प ने रोकी WHO की फंडिंग, लगाए गंभीर आरोप - अमेरिका के राष्ट्पति Donald Trump ने World Health Organization पर गंभीर आरोप लगाते हुए "विश्व स्वास्थ्य संग़ठन"WHO की फंडिंग पर अब रोक लगा दी है।
ट्रम्प ने दी WHO को चेतावनी
दरसल अमेरिका में लाखों लोगो की आज जान खतरे में है। इस सभी का जिम्मेदार ट्रम्प ने WHO को बताया है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ही ये विश्व स्वास्थ्य सेवा अपना काम कर रही है। WHO को पुरे विश्व से फंडिंग जाती है ताकि कोई भी बड़ी बीमारी आने से पहले WHO सभी देशों को चेतावनी दे दे। लेकिन अबकी बार WHO से बहुत बड़ी चूक हो गई है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्पति Donald Trump का गुस्सा World Health Organization पर जायज ही है।
अमेरिकी राष्ट्पति Donald Trump ने कहा की हम WHO को हर साल करोड़ो डॉलर देते है ऐसे में अब हम इसका फण्ड अपने पास ही रोकेंगे।
क्यों नहीं बता पाया WHO
जब चीन में यह महामारी तेजी से फेल रही थी तभी से ही WHO को पुरे विश्व को संकेत दे देना था। पर WHO ने चीन के वुहान शहर में फैली इस महामारी को बहुत ही हल्के में ले लिया था। ऐसे में आज यह महामारी पुरे विश्व में फेल गई है। 15 लाख से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ गए है और अभी तक हमारे पास इसकी कोई पुख्ता तोर पर दवा भी नहीं है।
क्या करना था WHO को
चीन में इस महामारी को फैलते देख उन देशों को सबसे पहले चेतावनी देनी थी जो जनसख्या में सबसे बड़े है और चीन से खाने - पीने समान आयत और निर्यात करते है। जनवरी तक सभी देशो में लॉकडाउन होना शुरू हो जाना था। इतनी लेट से होने के बाद भी भारत सरकार ने भारत की जनसख्या को समस्या न समझ कर अपनी शक्ति समझा है।
चीन अब आराम में बाकी सब देश परेशान
पिछले कुछ दिन पहले ही चीन के उस शहर को खोल दिया गया है जो लॉकडाउन था। आज चीन के आकड़े सबसे कम आ रहे है पर चीन के कारण बाकि सभी देश एक बहुत ही बड़े संकट के दौर से गुजर रहे है। भारत को तो लॉकडाउन आगे बढ़ाने के बारे में भी सोचना पड़ सकता है। लेकिन चीन के लोग अब आराम से सड़को पर घूम रहे है। इसलिए इस महामारी का जिमेवार सिर्फ WHO नहीं है चीन को भी बाकी देशो के बारे सोचना चहिए था।
![]() |
Donald Trump says US putting 'hold' on funding to World Health Organization |
ट्रम्प ने दी WHO को चेतावनी
दरसल अमेरिका में लाखों लोगो की आज जान खतरे में है। इस सभी का जिम्मेदार ट्रम्प ने WHO को बताया है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ही ये विश्व स्वास्थ्य सेवा अपना काम कर रही है। WHO को पुरे विश्व से फंडिंग जाती है ताकि कोई भी बड़ी बीमारी आने से पहले WHO सभी देशों को चेतावनी दे दे। लेकिन अबकी बार WHO से बहुत बड़ी चूक हो गई है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्पति Donald Trump का गुस्सा World Health Organization पर जायज ही है।
अमेरिकी राष्ट्पति Donald Trump ने कहा की हम WHO को हर साल करोड़ो डॉलर देते है ऐसे में अब हम इसका फण्ड अपने पास ही रोकेंगे।
क्यों नहीं बता पाया WHO
जब चीन में यह महामारी तेजी से फेल रही थी तभी से ही WHO को पुरे विश्व को संकेत दे देना था। पर WHO ने चीन के वुहान शहर में फैली इस महामारी को बहुत ही हल्के में ले लिया था। ऐसे में आज यह महामारी पुरे विश्व में फेल गई है। 15 लाख से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ गए है और अभी तक हमारे पास इसकी कोई पुख्ता तोर पर दवा भी नहीं है।
क्या करना था WHO को
चीन में इस महामारी को फैलते देख उन देशों को सबसे पहले चेतावनी देनी थी जो जनसख्या में सबसे बड़े है और चीन से खाने - पीने समान आयत और निर्यात करते है। जनवरी तक सभी देशो में लॉकडाउन होना शुरू हो जाना था। इतनी लेट से होने के बाद भी भारत सरकार ने भारत की जनसख्या को समस्या न समझ कर अपनी शक्ति समझा है।
चीन अब आराम में बाकी सब देश परेशान
पिछले कुछ दिन पहले ही चीन के उस शहर को खोल दिया गया है जो लॉकडाउन था। आज चीन के आकड़े सबसे कम आ रहे है पर चीन के कारण बाकि सभी देश एक बहुत ही बड़े संकट के दौर से गुजर रहे है। भारत को तो लॉकडाउन आगे बढ़ाने के बारे में भी सोचना पड़ सकता है। लेकिन चीन के लोग अब आराम से सड़को पर घूम रहे है। इसलिए इस महामारी का जिमेवार सिर्फ WHO नहीं है चीन को भी बाकी देशो के बारे सोचना चहिए था।
No comments:
Post a Comment