Sita Tear Pool - Ramayan Proof in Shrilanka - सबसे बड़ा रहस्य : यहाँ गिरे थे सीता जी के आँसू आज भी मौजूद है साक्ष्य - ( सीता टियर तालाब ) भले ही लोग राम के होने या न होने पर सवाल उठाते है लेकिन धरती पर रामायण काल के कुछ ऐसे सबूत आज भी मौजूद है। जो वाक्य में सोचने लायक है। क्योकि रामायण काल की जगह बड़े - बड़े वैज्ञानिकों को भी सोचने पर मजबूर कर ही देती है। ऐसी ही एक जगह के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है।
दरसल भारत में भले की राम की मौजूदगी के साक्ष्य न मिलते हो लेकिन दुनियाँ भर में ऐसी बहुत सी जगह है जहाँ से वैज्ञानिको को भी रामायण काल के पुख्ता तौर पर सबूत मिले है। ऐसा ही एक स्थान है श्री लंका में जिसे वैज्ञानिक आज से लाखों साल पहले का यानी रामायण काल से जुड़ा बता रहे है।
पुरातन विभाग बहुत सी पुरानी - पुरानी जगह की खोज में दिन - रात लगा ही रहता है। ऐसे में वैज्ञानिको को एक कुंड मिला है जो बहुत ही चमत्कारी है। श्री लंका के केडी शहर में "सीता टियर तलाब" नाम से एक स्थान है। बताया जा रहा है की ये तलाब सीता माता के आँसुओ से बना है।
जब रावण सीता माता का हरण कर के अपने साथ लंका ले आया था तो रावण का पुष्पविमान इस स्थान के पास उतरा था। ऐसे में इस जमीन पर सीता माता के आँसू गिरे थे जिसके कारण इस कुंड का नाम सीता टियर तलाब है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस तलाब के आस पास कोई पानी का स्रोत नहीं है फिर भी इसमें पानी भरा रहता है।
स्थानीय लोगों का कहना है की ये जल कभी समाप्त नहीं होता चाहे कितनी भी गर्मी हो इसमें पानी पूरा भरा रहता है। आस - पास के घरों में कुए का पानी मीठा आता है लेकिन इस कुंड का जल आँसुओ जैसा खारा है।
एक और चमत्कार की बात की यहाँ लोगों के आने जाने का कोई रास्ता नहीं है न ही कोई बार - बार यहाँ आता है फिर भी यहाँ पकडंडी बनी हुई है। यहाँ देखने में यह भी सामने आया है की कुंड के पास कोई भी पौधा या पेड़ नहीं लगता है। न ही कोई फूल का पौधा लगता है। वाकई में ऐसी जगह विज्ञानं को भी चुनौती देती नजर आती है।
चाहें भगवान की मौजूदगी के कितने भी सवाल उठा लो पर धरती पर ऐसी कोई न कोई जगह मिल ही जाती है जो वापस इंसान को आध्यात्मिक की और मोड़ देती है। जल्द ही हम आपके लिए राजस्थान के बुटाटी धाम के बारे में एक पोस्ट लेकर आएंगे जो लकवे के इलाज के लिए पुरे भारत में प्रसिद्ध है। ये भारतीयों की आस्था है अंधविश्वास नहीं क्योंकि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्कता नहीं। जानकारी को ज्यादा से ज्यादा शेयर जरूर करें। धन्यवाद !!
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Sita Tear Pool - सबसे बड़ा रहस्य : यहाँ गिरे थे सीता जी के आँसू |
दरसल भारत में भले की राम की मौजूदगी के साक्ष्य न मिलते हो लेकिन दुनियाँ भर में ऐसी बहुत सी जगह है जहाँ से वैज्ञानिको को भी रामायण काल के पुख्ता तौर पर सबूत मिले है। ऐसा ही एक स्थान है श्री लंका में जिसे वैज्ञानिक आज से लाखों साल पहले का यानी रामायण काल से जुड़ा बता रहे है।
पुरातन विभाग बहुत सी पुरानी - पुरानी जगह की खोज में दिन - रात लगा ही रहता है। ऐसे में वैज्ञानिको को एक कुंड मिला है जो बहुत ही चमत्कारी है। श्री लंका के केडी शहर में "सीता टियर तलाब" नाम से एक स्थान है। बताया जा रहा है की ये तलाब सीता माता के आँसुओ से बना है।
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Ramayan Proof in Shrilanka - सीता माता कुंड |
जब रावण सीता माता का हरण कर के अपने साथ लंका ले आया था तो रावण का पुष्पविमान इस स्थान के पास उतरा था। ऐसे में इस जमीन पर सीता माता के आँसू गिरे थे जिसके कारण इस कुंड का नाम सीता टियर तलाब है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस तलाब के आस पास कोई पानी का स्रोत नहीं है फिर भी इसमें पानी भरा रहता है।
स्थानीय लोगों का कहना है की ये जल कभी समाप्त नहीं होता चाहे कितनी भी गर्मी हो इसमें पानी पूरा भरा रहता है। आस - पास के घरों में कुए का पानी मीठा आता है लेकिन इस कुंड का जल आँसुओ जैसा खारा है।
एक और चमत्कार की बात की यहाँ लोगों के आने जाने का कोई रास्ता नहीं है न ही कोई बार - बार यहाँ आता है फिर भी यहाँ पकडंडी बनी हुई है। यहाँ देखने में यह भी सामने आया है की कुंड के पास कोई भी पौधा या पेड़ नहीं लगता है। न ही कोई फूल का पौधा लगता है। वाकई में ऐसी जगह विज्ञानं को भी चुनौती देती नजर आती है।
चाहें भगवान की मौजूदगी के कितने भी सवाल उठा लो पर धरती पर ऐसी कोई न कोई जगह मिल ही जाती है जो वापस इंसान को आध्यात्मिक की और मोड़ देती है। जल्द ही हम आपके लिए राजस्थान के बुटाटी धाम के बारे में एक पोस्ट लेकर आएंगे जो लकवे के इलाज के लिए पुरे भारत में प्रसिद्ध है। ये भारतीयों की आस्था है अंधविश्वास नहीं क्योंकि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्कता नहीं। जानकारी को ज्यादा से ज्यादा शेयर जरूर करें। धन्यवाद !!
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