Disease x Pandemic Symptoms in Hindi - पूरी दुनियाँ कोरोना की वैक्सीन में लगी है। ब्रिटेन तो पहले से ही हार मान चूका है और पुरे ब्रिटेन में फिर से लॉकडाउन लगाने का एलान भी हो चूका है। इधर जर्मनी भी यही फैसला लेने वाला है। नए साल पर सभी को यही उम्मीद थी की अब आने वाला साल यानी 2021 बहुत ही अच्छा रहने वाला है लेकिन इस साल शुरुआत में पहले तो बर्ड फ्लू ने भारत में कुछ हिस्सों में दस्तक दी अब सबसे खतरनाक महामारी एक और सामने आई है। जो वैज्ञानिकों के पसीने छुड़ा सकती है।
दरसल अभी - अभी खबर सामने आई है की कोरोना से भी भयंकर बीमारी ने पूरी दुनियाँ में दस्तक दे दी है। अभी कांगो में कोरोना से भी खतरनाक महामारी DiseaseX का पहला केस मिला है।
आपको बता दे की कांगो शहर अफ्रीका का एक शहर है। यहाँ एक महिला में DiseaseX के लक्षण मिले है। बताया जा रहा है की कांगो की इस महिला को भुखार के साथ खून भी आया है। और महिला का इलाज प्लास्टिक में कवर करके किया जा रहा है।
यह बड़ी खबर कांगो शहर से सामने आई है जो पूरी दुनियाँ की टेंसन बढ़ा सकती है। डॉक्टरों का कहना है की यह एक नई चुनौती हो सकती है पूरी दुनिया के लिए।
WHO ने भी इस बात के संकेत दे दिए है की कोरोना के इन दिनों में जहाँ हम इसकी दूसरी लहर का सामना कर रहे है तब हमे विशेष तौर पर सावधानियाँ बरतने की बहुत ज्यादा जरूरत है।
कांगो में मिली मरीज को प्लास्टिक के अंदर रखा गया है और उसे केवल एक खिड़की के जरिए अपने परिजनों से बात करने दिया जा रहा है। उसकी पहचान अभी दुनिया से छिपाई गई है। महिला के बच्चों की भी जांच की गई लेकिन उनके बीमारी के लक्षण नहीं मिले हैं। महिला का इलाज कर रहे डॉक्टर भी डरे हुए हैं। ब्रिटिश अखबार डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक कांगो के इगेंडे में एक महिला मरीज को खून आने के साथ बुखार (Hemorrhagic) के लक्षण देखे गए हैं।
अब दुनियाँ भर के तमाम देशो में एक के बाद एक दोबारा लॉकडाउन हो रहा है ऐसे में हम भारतीयों को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
Disease X क्या है ?
वैज्ञानिको ने इस महामारी के बारे में पहले की आगाह कर दिया था और इसे कोरोना से भी घातक वायरस की सज्ञा दी है। इसका नाम है ‘डिसीज एक्स’ Disease X
वैज्ञानिकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि ये बीमारी दुनिया भर में भयंकर विनाश का कारण बन सकती है। टैमफम ने ये भी कहा है कि दुनिया को सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय रेनफॉरेस्ट से कई नए तरह के घातक वायरस निकल रहे हैं। साथ में आस्ट्रेलिया के भी काफी जंगल राख हो चुके है। इधर ग्लेसियर पिघलने के कारण भी ये वायरस मानव जाती एवं पशु - पक्षियों के लिए खतरा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक Disease X में X का मतलब अप्रत्याशित है। इस बीच रूस के सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन ने इस नई बीमारी के सभी स्रोतों और रिपोर्ट की जांच शुरू कर दी है। अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन को दिए साक्षात्कार में प्रफेसर जीन ने कहा, 'आज हम एक ऐसी दुनिया में हैं जहां नए वायरस बाहर आएंगे। और ये वायरस मानवता के लिए खतरा बन जाएंगे।' उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि भविष्य में आने वाली महामारी कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक होगी और यह ज्यादा तबाही मचाने वाली होगी।
बता दें कि ब्रिटेन के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के शोध के मुताबिक हर तीन से चार साल के अंतराल पर एक नया वायरस दुनिया में दस्तक दे रहा है। विश्वविद्यालय के प्रफेसर मार्क वूलहाउस के मुताबिक ज्यादातर वायरस पशुओं से आ रहे हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर जंगली जानवरों को काटा गया तो इबोला और कोरोना वायरस जैसी महामारी को बढ़त मिलेगी। उन्होंने कहा कि वुहान जैसे वेट मार्केट में रखे गए जिंदा जानवर ज्यादा बड़ा खतरा हैं और इन जानवरों में से किसी के अंदर 'Disease X' महामारी मौजूद हो सकती है। वैज्ञानिकों ने पहले भी इस तरह के जिंदा जानवरों के बाजार को इंसानों में फैलने वाली बीमारियों जैसे फ्लू और सार्स के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
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